जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्रों निकाला विरोध मार्च
पुलिस
पर रात के अंधेरे में छात्रावास में घुसकर छात्रों की पिटाई करने तथा स्कूल प्राचार्य पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए जवाहर नवोदय विद्यालय के नवम व दशम वर्ग के दर्जनों छात्र गुरुवार को भोजन त्याग कर विरोध विरोध मार्च निकाला। आक्रोशित छात्र वर्दी वाला गुंडा नहीं चाहिए, नवोदय का प्राचार्य भ्रष्ट हैं, बच्चों का भविष्य नष्ट है, बरहट थाना प्रभारी हाय-हाय के नारा लिखे तख्तियों के साथ स्कूल परिसर से जुलूस निकाल कर प्रखंड मुख्यालय कार्यालय के सामने बैठ गए । छात्र प्राचार्य के स्थानांतरण के साथ थानाध्यक्ष पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। बाद में एसडीओ सुरेश प्रसाद एवं लखीसराय नवोदय विद्यालय के प्राचार्य सचित कुमार द्वारा समझाने तथा जांच का आश्वासन के बाद छात्र शांत हुए और दोपहर को वापस स्कूल लौट कर खाना खाए। हड़ताल के दौरान एक छात्र सौरभ कुमार बेहोश भी हो गया। लगभग पांच घंटे तक छात्र प्रखंड मुख्यालय में जमे रहे।
-शिक्षक व प्राचार्य पर जाति सूचक शब्द के प्रयोग का आरोप
मौके पर छात्रों ने अनुमंडल पदाधिकारी को बताया कि प्राचार्य व एक अन्य शिक्षक जाति सूचक शब्द का प्रयोग करते हैं। स्कूल में पढ़ाई व्यवस्था ध्वस्त है। नियमित शिक्षक को छोड़कर अन्य शिक्षक अपनी मनमर्जी से पढ़ाते हैं। सवाल पूछने या क्लास लेने की बात कहने पर प्राचार्य कैरियर खराब करने की धमकी देते है। बच्चों ने बताया कि मासिक खर्च का सामान भी स्कूल प्रबंधन द्वारा नहीं दिया जा रहा है।
रात के अंधेरे में पुलिस पर पिटाई का आरोप
सोमवार की रात हॉस्टल में पुलिस आई और बच्चों को बेड से उठाकर ग्राउंड में ले जाकर पिटाई की। छात्रों ने बताया कि बरहट थानाध्यक्ष बच्चों को पिटाई करने के साथ कैरियर व चरित्र खराब करने तथा जेल भेजने की धमकी दे रहे थे।
-थाना प्रभारी ने तान दी पिस्तौल
कक्षा नवम के छात्र हबीद मरांडी ने बताया कि पिटाई के दौरान थाना प्रभारी ने उसके सिर पर पिस्तौल तान दी और कहा कि अपने दोस्तों का नाम बताओ वरना जेल भेज देंगे। छात्रों ने बताया कि समझ में नहीं आ रहा था कि पुलिस क्या जानना चाह रही थी। अन्य छात्र निखिल, सुधांशु, अमित राकेश सहित कई छात्रों ने पुलिस पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। छात्र स्कूल प्रबंधक व पुलिस के प्रति खासे आक्रोशित थे और स्कूल वापस लौटने को तैयार नहीं थे।
-एसडीओ के समझाने के बाद शांत हुए बच्चे, किया भोजन
एसडीओ सुरेश प्रसाद ने छात्रों की शिकायत सुनने के बाद स्कूल जाकर प्राचार्य व शिक्षकों से पूछताछ की। एसडीओ ने गर्ल्स छात्रावास पहुंचकर पर मामले की छानबीन की। दोपहर बाद एसडीओ व लखीसराय नवोदय प्राचार्य सचित कुमार द्वारा काफी समझाने व जांच कर कार्रवाई के आश्वासन के बाद छात्र शांत हुए और स्कूल पहुंच कर भोजन किए।
मारपीट करने का आरोप गलत: थानाध्यक्ष
घटना के संदर्भ में बरहट थानाध्यक्ष अमित कुमार ने बताया कि ¨प्रसपल का फोन आने बाद वे रात का हॉस्टल पहुंचकर मामले की जांच की किए थे। मारपीट करने के आरोप गलत है।
सभी छात्रों की शिकायत एक समान है। पूरे मामले की जांच करने के बाद रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी जाएगी। जिला प्रशासन स्कूल की गरिमा व शैक्षणिक माहौल को खराब नहीं होने देगा।
एसडीओ सुरेश प्रसाद
अनुमंडलाधिकारी जमुई
---ब्यूरो रिपोर्ट जमुई।
पर रात के अंधेरे में छात्रावास में घुसकर छात्रों की पिटाई करने तथा स्कूल प्राचार्य पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए जवाहर नवोदय विद्यालय के नवम व दशम वर्ग के दर्जनों छात्र गुरुवार को भोजन त्याग कर विरोध विरोध मार्च निकाला। आक्रोशित छात्र वर्दी वाला गुंडा नहीं चाहिए, नवोदय का प्राचार्य भ्रष्ट हैं, बच्चों का भविष्य नष्ट है, बरहट थाना प्रभारी हाय-हाय के नारा लिखे तख्तियों के साथ स्कूल परिसर से जुलूस निकाल कर प्रखंड मुख्यालय कार्यालय के सामने बैठ गए । छात्र प्राचार्य के स्थानांतरण के साथ थानाध्यक्ष पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। बाद में एसडीओ सुरेश प्रसाद एवं लखीसराय नवोदय विद्यालय के प्राचार्य सचित कुमार द्वारा समझाने तथा जांच का आश्वासन के बाद छात्र शांत हुए और दोपहर को वापस स्कूल लौट कर खाना खाए। हड़ताल के दौरान एक छात्र सौरभ कुमार बेहोश भी हो गया। लगभग पांच घंटे तक छात्र प्रखंड मुख्यालय में जमे रहे।
-शिक्षक व प्राचार्य पर जाति सूचक शब्द के प्रयोग का आरोप
मौके पर छात्रों ने अनुमंडल पदाधिकारी को बताया कि प्राचार्य व एक अन्य शिक्षक जाति सूचक शब्द का प्रयोग करते हैं। स्कूल में पढ़ाई व्यवस्था ध्वस्त है। नियमित शिक्षक को छोड़कर अन्य शिक्षक अपनी मनमर्जी से पढ़ाते हैं। सवाल पूछने या क्लास लेने की बात कहने पर प्राचार्य कैरियर खराब करने की धमकी देते है। बच्चों ने बताया कि मासिक खर्च का सामान भी स्कूल प्रबंधन द्वारा नहीं दिया जा रहा है।
रात के अंधेरे में पुलिस पर पिटाई का आरोप
सोमवार की रात हॉस्टल में पुलिस आई और बच्चों को बेड से उठाकर ग्राउंड में ले जाकर पिटाई की। छात्रों ने बताया कि बरहट थानाध्यक्ष बच्चों को पिटाई करने के साथ कैरियर व चरित्र खराब करने तथा जेल भेजने की धमकी दे रहे थे।
-थाना प्रभारी ने तान दी पिस्तौल
कक्षा नवम के छात्र हबीद मरांडी ने बताया कि पिटाई के दौरान थाना प्रभारी ने उसके सिर पर पिस्तौल तान दी और कहा कि अपने दोस्तों का नाम बताओ वरना जेल भेज देंगे। छात्रों ने बताया कि समझ में नहीं आ रहा था कि पुलिस क्या जानना चाह रही थी। अन्य छात्र निखिल, सुधांशु, अमित राकेश सहित कई छात्रों ने पुलिस पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। छात्र स्कूल प्रबंधक व पुलिस के प्रति खासे आक्रोशित थे और स्कूल वापस लौटने को तैयार नहीं थे।
-एसडीओ के समझाने के बाद शांत हुए बच्चे, किया भोजन
एसडीओ सुरेश प्रसाद ने छात्रों की शिकायत सुनने के बाद स्कूल जाकर प्राचार्य व शिक्षकों से पूछताछ की। एसडीओ ने गर्ल्स छात्रावास पहुंचकर पर मामले की छानबीन की। दोपहर बाद एसडीओ व लखीसराय नवोदय प्राचार्य सचित कुमार द्वारा काफी समझाने व जांच कर कार्रवाई के आश्वासन के बाद छात्र शांत हुए और स्कूल पहुंच कर भोजन किए।
मारपीट करने का आरोप गलत: थानाध्यक्ष
घटना के संदर्भ में बरहट थानाध्यक्ष अमित कुमार ने बताया कि ¨प्रसपल का फोन आने बाद वे रात का हॉस्टल पहुंचकर मामले की जांच की किए थे। मारपीट करने के आरोप गलत है।
सभी छात्रों की शिकायत एक समान है। पूरे मामले की जांच करने के बाद रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी जाएगी। जिला प्रशासन स्कूल की गरिमा व शैक्षणिक माहौल को खराब नहीं होने देगा।
एसडीओ सुरेश प्रसाद
अनुमंडलाधिकारी जमुई
---ब्यूरो रिपोर्ट जमुई।
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