पूर्व विधायक की पहल:महिसौड़ी में गोली से घायल युवकों का सुचारू ढंग से इलाज शुरू
दो अक्टूबर को महत्मा गांधी जी और शास्त्री जी की जयंती के दिन असामाजिक तत्वों ने दो वर्ग के बीच टकराव को और बढ़ाने के लिए जमुई के महिसौड़ी में दो युवकों बंटी साव और जीतू सिंह को गोली मार कर घायल कर दिया. उन्हें समुचित उपचार के लिए पटना के पीएमसीएच रेफर कर दिया गया था. यहां उन्हें एडमिट कर इलाज़ करने में विलम्ब हो रहा था. मुझे सूचना मिली तो पीएमसीएच के अधीक्षक से कह कर उन्हें भर्ती करवाकर सुचारु तरीके से उपचार शुरू करवाया.उक्त बातें चकाई के पूर्व विधायक माननीय सुमित कुमार सिंह जी ने दूरभाष पर बताया।
साथ ही श्री सिंह ने कहा कि मैं मां दुर्गे के विसर्जन और मुहर्रम के ताज़िया जुलूस के दौरान हुए हादसों को नियंत्रित करने को प्रयासरत हूं. काफी हद स्थिति नियंत्रित हो गयी थी, उसी दौरान इस टकराव को बढ़ावा देने को आमादा असामाजिक तत्वों ने इस कुकृत्य को अंजाम दिया. उसके बाद मैंने स्थानीय पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों से बात कर, उन्हें इस मामले कठोरता से कार्रवाई करने को कहा. किसी भी परिस्थिति में दोषियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए. जिसने भी जमुई के अमन-शान्ति के माहौल में आग लगाने की कोशिश किया, उनकी पहचान सुनिश्चित कर कार्यवाही में तनिक भी ढील नहीं दिया जाना चाहिए. ऐसे जहर बोने वाले आपराधिक असामाजिक तत्वों को सीसीटीवी कैमरा, मीडिया आदि के फुटेज के आधार पर खोज निकालें. स्पीडी ट्रायल कर शीघ्रता से काल कोठरी का कठोर दंड सहन करने को विवश कर दिया जाय, जमुई जिला में पूर्ण रूप शान्ति, सदभावना कायम होने तक मेरा अभियान निरंतर जारी रहेगा. मैं सदैव पीड़ितों के साथ खड़ा हूं. जिस किसी भी निर्दोष के साथ इस दौरान किसी ने भी जुल्म ढाया है, उनको न्याय दिलाना मैं अपनी जिम्मेदारी मानता हूं. जमुई में जितने लोग फसाद में घायल हुए उनका पूरा-पूरा उपचार हो सके, इसके लिए भी समर्पण भाव से तत्पर हूं. इसमें बिरादरी, समाज, समुदाय, सम्प्रदाय और जाति कोई बाधा नहीं है. मेरे लिए व्यक्ति महत्वपूर्ण है, इंसान की जान बचाना महत्वपूर्ण है, उसकी पृष्ठभूमि और सामाजिक पहचान नहीं!
-अभिषेक कुमार सिंह, जमुई।
साथ ही श्री सिंह ने कहा कि मैं मां दुर्गे के विसर्जन और मुहर्रम के ताज़िया जुलूस के दौरान हुए हादसों को नियंत्रित करने को प्रयासरत हूं. काफी हद स्थिति नियंत्रित हो गयी थी, उसी दौरान इस टकराव को बढ़ावा देने को आमादा असामाजिक तत्वों ने इस कुकृत्य को अंजाम दिया. उसके बाद मैंने स्थानीय पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों से बात कर, उन्हें इस मामले कठोरता से कार्रवाई करने को कहा. किसी भी परिस्थिति में दोषियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए. जिसने भी जमुई के अमन-शान्ति के माहौल में आग लगाने की कोशिश किया, उनकी पहचान सुनिश्चित कर कार्यवाही में तनिक भी ढील नहीं दिया जाना चाहिए. ऐसे जहर बोने वाले आपराधिक असामाजिक तत्वों को सीसीटीवी कैमरा, मीडिया आदि के फुटेज के आधार पर खोज निकालें. स्पीडी ट्रायल कर शीघ्रता से काल कोठरी का कठोर दंड सहन करने को विवश कर दिया जाय, जमुई जिला में पूर्ण रूप शान्ति, सदभावना कायम होने तक मेरा अभियान निरंतर जारी रहेगा. मैं सदैव पीड़ितों के साथ खड़ा हूं. जिस किसी भी निर्दोष के साथ इस दौरान किसी ने भी जुल्म ढाया है, उनको न्याय दिलाना मैं अपनी जिम्मेदारी मानता हूं. जमुई में जितने लोग फसाद में घायल हुए उनका पूरा-पूरा उपचार हो सके, इसके लिए भी समर्पण भाव से तत्पर हूं. इसमें बिरादरी, समाज, समुदाय, सम्प्रदाय और जाति कोई बाधा नहीं है. मेरे लिए व्यक्ति महत्वपूर्ण है, इंसान की जान बचाना महत्वपूर्ण है, उसकी पृष्ठभूमि और सामाजिक पहचान नहीं!
-अभिषेक कुमार सिंह, जमुई।



Comments
Post a Comment