जहीन सोंच के उम्दा नजरिये वाले राजनेता थे शाहिद अली खान साहब:सुमित
युवा नायक माननीय सुमित कुमार सिंह जी ने कहा है कि बिहार के दिग्गज राजनेता, 'हम' पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री शाहिद अली खान साहब का अज़मेरशरीफ में ख्वाज़ा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर ज़ियारत के लिए जाने के दौरान दिल का दौरा पड़ने से हो गया। मैं यह सुनकर काफी मर्माहत हूं। मुझे उनके साथ बतौर विधायक, सदन और सरकार में काम करने का अवसर मिला था। वही काफी जहीन सोच के उम्दा नजरिये वाले राजनेता थे। अहं और अहंकार तो उन्हें छू भी नहीं पाया था। वह दिल के काफी अच्छे इंसान थे। मुझे जैसे उम्र में काफी छोटे साथी को भी काफी सम्मान देते थे। अत्यंत सादगी से रहते थे। सफेद कुर्ता-पायजामा और बाटा का अत्यंत कम कीमत की चप्पल ही उनका लिबास अमूमन होता था। मंत्री-विधायक रहते हुए भी कभी सत्ता और कुर्सी का गुरुर उन्हें कभी नहीं हुआ। हम जैसे नए विधायकों को उनसे काफी कुछ सीखने को मिलता था। जब वह 1990 में पहली बार विधायक बने थे तो वह भी 25-26 साल के युवा थे। इसलिए उनका युवा लोगों के प्रति गहरा लगाव था। भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। उनके परिजनों और समर्थकों को इस पहाड़ जैसे कष्ट से उबरने की शक्ति दें। उनका निधन पूरे बिहार और हम सबकी बड़ी क्षति है। उन्हें आख़िरी प्रणाम! भावभीनी श्रद्धांजलि!!
-अभिषेक कुमार सिंह,जमुई।
-अभिषेक कुमार सिंह,जमुई।
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